वनस्पति वृद्धि चरण में खरपतवार नियंत्रण | Weed Control in Vegetative Growth Phase
किसान भाइयों, आज के एपिसोड में हम आपको वनस्पति वृद्धि चरण में खरपतवार नियंत्रण के बारे में बताएँगे।
दोस्तों, ऐसे कई पौधे होते हैं जिनको हम बोते नहीं हैं, पर वो हमारे खेतों में ज़बरदस्ती उग आते हैं। ऐसे पौधे आपकी फ़सलों को नुकसान पहुँचाते हैं। ये पैदा होने वाली फ़सलों को इस कदर ढक लेते हैं कि उन्हें सूर्य की रोशनी, हवा और पानी ठीक से नहीं मिल पाता। ज़मीन की खुराक को भी सोखते हैं। इससे आपकी फसल बहुत जल्द पीली पड़ने लगती है। पौधों में शाखाएं कम निकलती हैं। कृषि की भाषा में इसे खरपतवार कहा जाता है। मोथा, सावरी, अगिया घास और दूब आदि इसी श्रेणी में आती हैं।
किसान मित्रों, शुरु के 15 दिनों से लेकर 45 दिनों तक का समय पौधों के विकास के लिए बड़ा ही अहम् रहता है। इस क्रूशल टाइम में अगर हमने खरपतवार नियंत्रण (weed control) नहीं किया तो अच्छे बीज और खाद डालने पर भी हमे भरपूर उपज नहीं मिलेगी।
खरपतवार हटाने के उपाय
खरपतवार प्रबंधन कई तरीकों से किया जा सकता है। इससे खरपतवार की रोकथाम होती है।
- हमेशा साफ-सुथरे और प्रमाणित बीजों का ही प्रयोग करें। इससे आपको खरपतवार की समस्या नहीं सताएगी।
- ज्यादातर गोबर की खाद खुले में ही तैयार की जाती है। इससे खाद के साथ खरपतवार के बीज भी साथ में आ जाते हैं। ये आगे चलकर बड़ी समस्या बन जाते हैं। अच्छा यही होगा कि आप गोबर की खाद या कम्पोस्ट को तैयार करते समय पूरी सुरक्षा बरतें।
- पानी की नालियों के आसपास खरपतवार को ना उगने दें। कारण यह है कि पानी के द्वारा बीज खेतों में फैलते जाते हैं और फिर कोशिश करने पर भी नहीं बंद होते।
- फसल की कतार में उगे हुए खरपतवार को हाथ से उखाड़ डालें। फूल आने के पहले ही इनको उखाड़ डालना चाहिए। इससे पौधों के पोषक तत्वों का बँटवारा नहीं हो पाएगा। दूसरा, सतह की मिट्टी इससे ढीली हो जाती है। इससे पौधों को पर्याप्त रूप से पानी, व हवा भी मिलती रहती है। पानी का वाष्पीकरण कम होता है।
- आप खरपतवार हटाने की दवा की मदद से भी घास-पात का उगना रोक सकते हैं। मक्के, ज्वार और बाजरा जैसी फ़सलों के लिए ऐट्रॉजिन का प्रयोग कर सकते हैं। बीज बोने से पहले, 1 किलो ऐट्रॉजिन को आप 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हैक्टेयर में इसका छिड़काव कर सकते हैं। मूंग जैसी दलहन फ़सलों में आप खरपतवार नाशक, इमिजाथापर का प्रयोग करें। वनस्पति वृद्धि के चरण में इसको डालना जरूरी है। 400 मिली इमिजाथापर को 500 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर इसके घोल का छिड़काव करें।
- फ़सलों को अदल-बदल करके लगाने से भी खरपतवार नियंत्रण काफी हद तक हो जाता है।
खरपतवार दवा का प्रयोग करते समय सावधानियां क्या बरतें –
- शाकनाशी मशीन को अच्छी तरह से धोकर साफ-सुथरा रखें।
- शाकनाशी दवा का प्रयोग करते समय हाथ में दस्ताना और मुंह पर चश्मा ज़रूर पहनें।
- दवा डालते समय कुछ भी खाने-पीने से बचें।
अक्सर देखा जाता है कि कुछ किसान भाई आलस के कारण खरपतवार को फल-फूल आने तक खेत में ही लगा रहने देते हैं। इससे उनके बीज खेत में गिर जाते हैं और हर साल इनकी संख्या ऐसे ही बढ़ती चली जाती है।
किसान भाइयों – एक बात ज़रूर ध्यान में रखें कि खेत की खरपतवार को बहुत बड़ा ना होने दें। फूल आने से पहले ही खरपतवार को या तो उखाड़ फेंके या उसे पूरी तरह से जला दें।
आशा है किसान भाइयों, हमारी इस जानकारी से आपको वनस्पति वृद्धि चरण में फ़सलों की खरपतवार से सुरक्षा करने में काफी सहायता मिलेगी।
किसान भाइयों, ये वीडियो आपको कैसा लगा। कमेंट बॉक्स के जरिये हमें ज़रूर बताइये कि आप अपनी फ़सलों में खरपतवार नियंत्रण कैसे करते हैं। दोस्तों, कृषि से जुड़ी सलाह पाने के लिए सयाजी सीड्स की कृषि साक्षरता सिरीज़ को सब्सक्राइब करना ना भूलें। अगर आपके मन में कृषि संबंधी कोई सवाल है तो बेझिझक हमसे पूछिये। हमारे कृषि वैज्ञानिक आपके सवालों का जवाब लेकर जल्द ही हाजिर होंगे।
आज ही हमारे YOUTUBE चैनल को सब्सक्राइब करे >> 📲📲📲
किसान बंधुओ के लिए ख़ास कारिक्रम – कृषि साक्षरता सीरीज़ को भी देखना ना भूले >> 📲📲📲
Friends, there are many plants which we do not sow, but they grow forcefully in our fields. Such plants harm your crops. These cover the crops so that they do not get sunlight, wind and water properly. They also absorb groundwater. This causes your crop to turn yellow very soon. Branches in plants grow less. In the language of agriculture, it is called weed. Motha, Savari, Agia Grass and Dube etc. fall in this category.
Friends, the time from the beginning of 15 days to 45 days is very important for the growth of plants. If we do not do weed control in this crucial time, then we will not get enough yield even if we put good seeds and fertilizers.
Weed removal measures:-
- Always use clean and certified seeds only. This will not cause you weed problems.
- Most of the dung manure is prepared in the open. This brings the weed seeds along with the compost. These become major problems later. It would be good if you take complete protection while preparing cow dung or compost.
- Do not let the weed grow around the water drains. The reason is that seeds are spread in the fields by water and do not stop even after trying.
- Weed out the weeds grown in the crop line. They should be uprooted before the flowers arrive. This will prevent the nutrient distribution of plants. Second, the surface soil becomes loose from it. Due to this, the plants get adequate water and air. Evaporation of water is less.
- You can also stop weeds with the help of weed removal medicine. Etrogene can be used for crops like maize, sorghum and millet. Before sowing the seeds, you can dissolve 1 kg of nitrogen in 500 liters of water and spray it per hectare. Use pulp, weedicide, in pulses crops like moong. It is necessary to plant it at the stage of vegetative growth. Spray 400 ml of imizathar solution in 500 liters of water per hectare.
- Weeding control is also done to a large extent by alternating the turnips.
Precautions to be taken while using weed medicine:-
- Wash the herbicide machine thoroughly and keep it clean.
- While using herbicide, wear gloves and hand glasses.
- Avoid eating anything while drinking medicine.
It is often seen that some farmers allow the weeds to remain planted in the field due to laziness. This causes their seeds to fall into the field and their number keeps on increasing every year.
Friends – one thing must be kept in mind that do not let the weeds of the field become very big. Before weeding the flowers either uproot the weed or burn it completely.
Hope friends, this information from us will help you a lot in protecting weeds from the crops during the vegetative growth phase.
Don’t forget to subscribe our YOUTUBE Channel >> 📲📲📲
And don’t forget to watch our special Agricultural Education Series >> 📲📲📲