सही समय पर अरण्डी का भंडारण करके कमाएं पैसे ही पैसे|Earn Money By Storing Castor At The Right Time
सही समय पर अरण्डी का भंडारण करके कमाएं पैसे ही पैसे | Earn Money By Storing Castor At The Right Time
अरण्डी के काफी सारे व्यावसायिक उपयोग हैं। इसमें चिकनापन अधिक होने से अरण्डी आयल मशीनों के कलपुर्जों में डालने के काम आता है। ट्रैक्टर, मोटर, और हवाई जहाज़ वगैरह में चिकनाई के लिए इसका उपयोग होता है। अरण्डी, पाउडर, ग्लिसरीन, केमिकल्स, और अन्य आवश्यक चीजें बनाने में प्रयुक्त होती है। कॉस्मेटिक्स, दवा, साबुन, मोम, और रासायनिक रंग वगैरह बनाने में भी अरण्डी तेल इस्तेमाल होता है। साथ ही साथ, अरण्डी की खल से प्रिंटिंग पेपर, हार्डबोर्ड, दफ़्ती और जैविक खाद वगैरह भी बनते हैं।
अरण्डी एक ऐसी फसल है जिसकी खेती करने के लिए किसी विशेष जलवायु या मिट्टी की जरूरत नहीं होती। इसलिए, अगर आप अरण्डी की खेती थोड़ी समझदारी से करते हैं, तो यही अरण्डी आपके लिए कमाई का एक बड़ा ज़रिया भी बन सकती है।
अरण्डी फसल की कटाई
• अरण्डी फसल की कटाई तब करें, जब इसके फलों का रंग पीला पड़ने लगे और बाद में भूरे रंग का हो जाए। बुवाई के करीब 145 से 180 दिनों के बाद बाली यानी फलों का गुच्छा पक कर काटने लायक हो जाता है।
• मुख्य फलों का गुच्छा 90 से 100 दिनों के बाद कटाई के लिए तैयार हो जाता है और बाकी फलों के गुच्छों को उनकी पकाई के अनुसार 15 दिनों के अंतराल से तोड़ें। बाली काटने लायक हो गई है इसकी पहचान उसके आधे दानों के पक जाने और बाकी के पीले दिखाई पड़ने से की जाती है।
• कटी फसल को खलिहान में एक हफ्ते के लिए सूखने हेतु रख देना चाहिए।
• फल के सूख जाने के बाद अरण्डी के बीज अपने आप सूखकर अलग होने लगते हैं। इस समय आप एक डंडे से इसे पीटकर बीजों को अलग कर लें। अगर थ्रेसिंग मशीन की व्यवस्था हो तो उससे बीजों को जल्दी और अच्छी तरह से अलग किया जा सकता है।
• अब साबुत और टूटे हुए बीजों को अलग-अलग कर लें।
अरण्डी के बीज का भंडारण
अरण्डी के बीजों का भंडारण करने के लिए…
• भूसे से बीजों को पहले अलग कर लें।
• अब इन बीजों को गनी बैग में इकट्ठा कर लें।
• अरण्डी के बीजों के सुरक्षित भंडारण के लिए ग्रेन मॉइस्चर मीटर से स्टोरेज हाउस में अधिकतम 12% तक की नमी का होना सुनिश्चित करेंं। इससे ज्यादा नमी कीटों और बीमारियों को न्यौता दे सकती है।
अरण्डी की किस्में
बाजार में देशी और संकर दोनों प्रजातियों की अरण्डी किस्में मौजूद हैं। मित्रों, आप अधिक उत्पादन और मुनाफ़ा पाने के लिए अरण्डी (कैस्टर) की ज्यादा उपज देने वाली वैराइटी को लगाएँ।
सयाजी-1811 संकर अरण्डी का पौधा गहरे हरे रंग का, ट्रिपल ब्लूम वाला, और 120 दिनों में पक कर तैयार हो जाता है। इसमें अधिकतम 20 मालाएं और तेल की मात्रा 49 प्रतिशत तक होती है।
जबकि, सयाजी-1814 संकर अरण्डी, लाल रंग वाली और सुकारा रोग के लिए प्रतिरोधक होती है। यह डबल ब्लूम, 160 दिन में पकने वाली, और लंबी व भरावदार मालाओं से युक्त होती है।
सयाजी सीड्स के अनुसार, अरण्डी की डिमांड बाजार में बारहों मास रहती है। सदैव बाजार के उतार-चढ़ाव और अरण्डी भाव को देखते हुए अपने माल को बेचें। बाकी माल को अपने स्टोरेज हाउस में संभालकर रखें। अगर आपके गांव में अरण्डी की खेती अधिक होती है तो सारे गांव वाले मिलकर अरण्डी कोआपरेटिव बनाकर बड़े स्तर पर उसका फायदा प्राप्त कर सकते हैं। आप अरण्डी की एक छोटी सी फ़ैक्टरी भी लगा सकते हैं जिसकी फंडिंग में सरकार आपकी सहायता कर सकती है।
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Castor has many commercial uses. Due to its high lubricity, castor oil is used in machine parts. It is used for lubricating tractors, motors, and airplanes, etc. Castor is used to make powders, glycerine, chemicals, and other essentials. Castor oil is also used to make cosmetics, medicine, soap, wax, and chemical dyes, etc. At the same time, printing paper, hardboard, carton and organic manure etc. are also made by castor.
Castor is a crop that does not require any special climate or soil for cultivation. Therefore, if you cultivate castor a little prudently, then this castor can also become a great source of income for you.
Castor harvesting
• Harvest the castor crop when its fruits turn yellow and later turn brown. After 165 to 180 days of sowing, bunch of fruits become ripe and harvestable.
• The bunch of main fruits are ready for harvesting after 90 to 100 days and break the bunch of the remaining fruits according to their ripening at an interval of 15 days. A bunch of fruit has become worth cutting, it is identified by the ripening of half of its grains and the rest of it appearing yellow.
• The harvested crop should be kept in the barn to dry for a week.
• After the fruit dries the castor seeds dry up and begin to separate. At this time, beat it with a stick and separate the seeds. If a threshing machine is in place, then seeds can be separated quickly and thoroughly.
• Now separate the whole and broken seeds.
Castor seed storage
To store castor seeds…
• Separate the seeds from the straw first.
• Now collect these seeds in a bag.
• For safe storage of castor seeds, ensure maximum moisture up to 12% in the storage house with grain moisture meter. Excess moisture can invite pests and diseases.
Castor varieties
Castor varieties of both native and hybrid species exist in the market. You must apply high castor variety to get more production and profits.
Sayaji-1811 hybrid castor plant is of dark green, and triple bloom. It ripen in 120 days. It has a maximum of 20 garlands and 49 percent oil content.
Whereas, Sayaji-1814 hybrids are resistant to sukaara disease. It is of double bloom, ripening in 160 days, and consists of long and filler garlands.
Castor demand remains in the market throughout the year. Always sell your goods after seeing the ups and downs of the market. Keep the rest of the goods in your storage house. If castor farming is more in your village, then all the villagers together can make a castor cooperative and benefit from it on a large scale. You can also set up a small castor factory and the government can help you in funding.
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