फसलों में प्लास्टिक मल्चिंग ( पलवार) का महत्व | Importance of Plastic Mulching
सयाजी सीड्स की कृषि साक्षरता सिरीज़ के छठें एपिसोड में आपका स्वागत है।
इस कार्यक्रम के जरिए हमारे कृषि वैज्ञानिक आपसे खेती से जुड़ी वो सारी बातें शेयर करेंगे, जो कृषि उत्पादन बढ़ने में आपकी सहायता करे।
तो.. किसान भाइयों…
आज के एपिसोड में हम आपसे बात करेंगे, खेत में प्लास्टिक मल्चिंग लगाने के फायदे और इसे लगाने के तरीकों के बारे में।
कपास, मूंगफली और सब्जी आदि की फ़सलों में इसके प्रयोग ने किसानों को ज़बरदस्त सफलता दिलाई है।
साथ ही साथ, हम आपको बताएँगे कि खरपतवार की रोकथाम करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक कैसे काम कर रही है।
पहले बात करते हैं….
प्लास्टिक मल्चिंग किसे कहते हैं
प्लास्टिक मल्चिंग (पलवार) में खेत की मिट्टी की सतह को प्लास्टिक फिल्म से ढक दिया जाता है। पलवार बिछाने के लिए आप फसल अवशेषों को भी काम में ला सकते हैं।
प्लास्टिक मल्चिंग के फायदे
• प्लास्टिक मल्चिंग करने से खरपतवार को धूप नहीं मिलती है, उसे उगने का मौका नहीं मिलता।
• मिट्टी से पानी का वाष्पीकरण रूक जाता है।
• पौधों को पानी कम देना पड़ता है।
• मिट्टी में ठंडक व नमी बनी रहती है।
• बीजों का जल्दी अंकुरण होता है।
• पौधों की जड़ों का विकास होता है।
• पौधों को ठीक से पोषक तत्व मिलने से उसमें फल-फूल ज्यादा आते हैं।
• आपका पौधा तेजी से विकास करता है।
• खेती के रखरखाव का खर्च भी काफी कम हो जाता है।
प्लास्टिक फिल्म की पलवार का प्रयोग कैसे करें
प्लास्टिक मल्चिंग के लिए खेत की गहरी जुताई करें, और ऊंची मेड़ बनाएं। मेड़ों के मध्य में ड्रिप लाइन की व्यवस्था रखें। इसके बाद प्लास्टिक फिल्म को बिछाएं।
प्लास्टिक फिल्म सूर्य की पराबैगनी किरणों को अंदर घुसने नहीं देती। यह फिल्म अंदाजन 120 सेमी चौड़ी होती है।
इसके बाद पौधों के लिए फिल्म के ऊपर सिलसिलेवार ढंग से छेद कर लें। छेद को इतना बड़ा रखें जिससे वह पौधे के संपर्क में नहीं आए। ध्यान रहे – दो पौधों के बीच की दूरी 50 सेंटीमीटर से ज्यादा होनी चाहिए।
किसान भाइयों, एक अच्छी बात ये है कि सरकार की ओर से भी प्लास्टिक पलवार के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी गई है। तो, इसका फायदा जल्द से जल्द उठाये।
कृषि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन के हर क्षेत्र में अपनी काबिलीयत सिद्ध कर रहा है। कृषि क्षेत्र में भी सौर ऊर्जा से चलने वाले खरपतवारनाशक रोबोट आ गए हैं। जो बिना थके पूरे दिन खरपतवारनाशी का छिड़काव करने में सक्षम हैं। इन रोबोटों में खरपतवारनाशियों की पूरी की पूरी लाइब्रेरी स्टोर होती है, जिससे वो अपने कैमरे से बड़ी आसानी से पौधे और खरपतवार के बीच का अंतर पता कर लेता है। केवल खरपतवार के ऊपर ही दवाई का छिड़काव होता है। पेड़ों को कोई नुकसान नहीं पहुँचता।
अच्छी बात यह है कि इससे ना केवल खरपतवारनाशी दवाओं का सुरक्षित ढंग से उपयोग होगा, बल्कि आपको पहले से अधिक पौष्टिक खाना मिलेगा।
तो, किसान भाइयों, ये वीडियो आपको कैसा लगा। कमेंट बॉक्स में हमें ज़रूर बताएं – आप अपनी फसल और मिट्टी के स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए क्या करते हैं?
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Plastic Mulching has great importance in crops such as cotton, groundnut and vegetable etc. have brought tremendous success to the farmers.
At the same time, we will tell you how Artificial Intelligence technology is working in weed prevention.
Let’s talk first …. What is plastic mulching In plastic mulching, the soil surface of the field is covered with plastic film. You can also use crop residue for mulching.
Advantages of plastic mulching
• Plastic mulching does not cause the weed to get sunlight, it does not get a chance to grow.
• The water from the soil stops evaporation.
• Plants have to give less water.
• The soil remains cool and moist.
• Seeds germinate quickly.
• The roots of plants grow.
• The plants get more flowers due to getting nutrients properly.
• Your plant grows rapidly.
• Maintenance cost of farming also reduces considerably.
How to use plastic film mulch
Deep plowing the field for plastic mulching, and make high ridges. Place a drip line in the middle of the ridges. Next, lay out the plastic film. The plastic film does not allow the sun’s ultraviolet rays to penetrate inside. The film is estimated to be 120 cm wide.
After this, make a hole for the plants sequentially over the film. Keep the hole large enough that it will not come in contact with the plant. Keep in mind – the distance between two plants should be more than 50 centimeters.
Farmer brothers, one good thing is that the government has also given 50 percent subsidy for plastic mulch. So, take advantage of it as soon as possible.
Today, Artificial Intelligence is proving its ability in every sphere of life. Solar energy-powered weedicide robots have also come up in agriculture. Who are capable of spraying weeds throughout the day without getting tired. These robots store a complete library of weeds, which allows them to easily differentiate between plants and weeds with their camera. Medication is sprayed only over the weed. There is no harm to the trees.
The good thing is that this will not only safely use weedicides, but you will get more nutritious food than before.
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